The Ultimate Guide To mahavidya baglamukhi
The Ultimate Guide To mahavidya baglamukhi
Blog Article
बगलामुखी का ध्यान करते हुए जब पूरे श्रद्धाभाव से जप किया जाता है, तो यह मंत्र तत्काल राहत और परम सुरक्षा प्रदान कर सकता है। साथ ही यह मंत्र कमजोर और श्रद्धालु की रक्षा कर सकता है। लेकिन यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इसका उपयोग बुराई के लिए न किया जाए।
Expert should be qualified. He or she shouldn't be restricted to mere clothes and sermons. One particular who makes Everybody cry and would make Everybody snicker, convinces with tales; guru with these kinds of protean personalities exists just about everywhere as Expert and sadguru.
बगलामुखी माता को समर्पित मूल मंत्र को बगलामुखी मूल मंत्र के रूप में जाना जाता है। बगला, बगलामुखी, वल्गा और पीतांबरा देवी ये सभी नाम देवी बगलामुखी के हैं। यह माता बगलामुखी को समर्पित सबसे महत्वपूर्ण मंत्रों में से एक है। इस शक्तिशाली मंत्र को गहरी भक्ति के साथ जपने से उग्र शक्ति, सभी विरोधियों का तेजी से उन्मूलन, मान्यता, विजय, प्रतिद्वंद्वियों के मारण प्रयोग का नाश, तंत्रबाधा का निवारण और सर्वांगीण सफलता मिलती है। इसके अलावा, रोजाना इस मंत्र का जाप करने से महाविद्या साधना के लिए एक ठोस आधार स्थापित होता है।
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा ॥
We would want to say this upfront that Maa check here Baglamukhi is an extremely strong sort of the Mother Almighty that possesses & controls specific remarkably intensive energies that She bestows upon Her devotees as blessings.
- साधना में छत्तीस अक्षर वाला मंत्र श्रेष्ठ फलदायी होता है।
मां बगलामुखी यंत्र चमत्कारी सफलता तथा सभी प्रकार की उन्नति के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कहते हैं इस यंत्र में इतनी क्षमता है कि यह भयंकर तूफान से भी टक्कर लेने में समर्थ है। माहात्म्य- सतयुग में एक समय भीषण तूफान उठा। इसके परिणामों से चिंतित हो भगवान विष्णु ने तप करने की ठानी। उन्होंने सौराष्ट्र प्रदेश में हरिद्रा नामक सरोवर के किनारे कठोर तप किया। इसी तप के फलस्वरूप सरोवर में से भगवती बगलामुखी का अवतरण हुआ। हरिद्रा यानी हल्दी होता है। अत: माँ बगलामुखी के वस्त्र एवं पूजन सामग्री सभी पीले रंग के होते हैं। बगलामुखी मंत्र के जप के लिए भी हल्दी की माला का प्रयोग होता है।
अर्थात् : जिसने ज्ञान-विज्ञान की प्राप्ति होती है और पाप-समूह नष्ट होते हैं ऐसे सद्-गुरू के मुख से प्राप्त ‘मत्रं ग्रहण को दीक्षा कहते है।
[Om Hleem Bagala-mukhi sarva dushtanam vacham mukham padam stambhay jeevhwam keelaye buddhim vinashaya hleem om swaha]
ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:।
ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तंत्र मंत्र के द्वारा किसी भी चीज की प्राप्ति के लिए पहले उस चीज की देवी की आराधना करनी पड़ती है। जैसे अगर आपको धन की प्राप्ति करनी है तो आपको कुबेर भगवान अथवा लक्ष्मी जी की सिद्धि प्राप्त करनी पड़ती है।
.. भारत कब करेगा पाकिस्तान पर हमला, जानिए ज्योतिष की सटीक भविष्यवाणी